खूब मेकअप करके सिंचवाई
यह लीजिए आन्टी ! मेरी बिल्कुल taja तस्वीर । खूब मेकअप करके सिंचवाई है । " यह मुस्कुराई और अपनी तस्वीर पकड़ाई । " वाकई बहुत प्यारी तस्वीर है । " ने देखते ही तारीफ की । " मुझसे ज्यादा प्यारी हे ना ? " रामीन खिलखिलाकर हंसी तो शाइस्ता ने उसे फिर पूरा " अच्छा यह बताओ चाय मंगवाऊं या उन्हा ? "
मैं ने टापिक चेन्ज करते हुए पूछा । " बस बस चलते हैं । कुछ शापिंग करनी है .... देर हो जाएगी । " शाइस्ता उठते बोली । " अरे ऐसे कैसे चल रही हो । में कोल्ड ड्रिन्क मंगवाती हूं । बल्कि साथ में कुछ खाने को भी । मुझे भी भूक लगी है । " में ने उसे रोकना चाहा । से " मैं फिर चक्कर लगाऊंगी अमीना तसल्ली से बैठक कर गपशप करेंगे । " शाइस्ता आज वाकुई जल्दी में थी । में ने मुस्कुराकर हां में सर हिला दिया । उनके जाने के बाद में कितनी ही
देर उन्ही के बारे में सोचती रही । रामीन बिल्कुल अपनी मां की तरह थी उसे देखकर शाइस्ता की जवानी याद आ जाती थी । शाइस्ता कितनी शोखो चन्चल थी मगर उसका दिल अन्दर कितना दुखी है यह में ही जानती थी । शादी से पहले शाइस्ता का तअल्लुक मिडिल क्लास से था । उसके वालिद की छोटी सी परचून की दुकान थी । शाइस्ता बहुत छाटा उम्र में ट्यूशन पढ़ाकर न सिर्फ अपनी पढ़ाई का सूची उठाया बल्कि छोटे बहन भाइयों का तालीमी जारी रखा ।
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